• Hindi News
  • Local
  • Bihar
  • Narendra Modi Sasaram Rally Live Update; Bihar Election 2020 | Here's Bihar (Vidhan Sabha) Assembly Election 2020 Latest News

बिहार में मोदी प्रचार:मोदी को रामविलास याद आए, पर खुद को PM का हनुमान बता रहे चिराग का नाम लेने से भी बचे

सासाराम4 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
मोदी ने सासाराम में हुई रैली में कहा कि यदि बिहार में कोरोना की रोकथाम पर काम नहीं होता तो न जाने कितने लोगों की जान जाती। - Dainik Bhaskar
मोदी ने सासाराम में हुई रैली में कहा कि यदि बिहार में कोरोना की रोकथाम पर काम नहीं होता तो न जाने कितने लोगों की जान जाती।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में आज से चुनाव प्रचार शुरू किया। पहली रैली सासाराम में की। यहां उन्होंने राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह और लोजपा नेता रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी, लेकिन रामविलास के बेटे चिराग पासवान का नाम लेने से बचे। वही चिराग, जिन्होंने खुद को मोदी का हनुमान बताया था। मोदी के इस रुख की दो वजहें हो सकती हैं...

1. मोदी ने रामविलास पासवान का नाम इसलिए लिया क्योंकि एक बड़ा वोट बैंक पासवान और उनकी पार्टी से जुड़ा रहा है। मोदी उनके समर्थकों को नाराज नहीं करना चाहते।
2. प्रधानमंत्री ने चिराग का नाम नहीं लिया। इसका कारण यह हो सकता है कि चुनाव नतीजे किसी भी तरफ जा सकते हैं, इसलिए वे चिराग के खिलाफ कुछ बोलकर उन्हें नाराज नहीं करना चाहते। पिछले दिनों चिराग ने भी मोदी के बारे में कहा था कि मुझे उनकी तस्वीरें लगाने की जरूरत नहीं है। मैं उनका हनुमान हूं। हनुमान की तरह चीर कर देख लें मेरा सीना, मेरे दिल में प्रधानमंत्री मोदी बसते हैं।

चिराग ने ट्वीट कर साधा निशाना

बिहार की राजनीति में इसका इंतजार था कि नरेन्द्र मोदी चिराग पासवान पर या लोजपा पर कुछ बोलते हैं कि नहीं। लेकिन उन्होंने आज की तीनों सभाओं में चिराग पासवान का नाम नहीं लिया है। इससे पहले ही चिराग पासवान ने ट्वीट किया - आदरणीय प्रधानमंत्री जी का बेसब्री से इंतजार कर रहे आदरणीय नीतीश कुमार जी का इंतजार आज खत्म हो जाएगा। आदरणीय अमित शाह जी के कह देने के बाद कि लोजपा बिहार चुनाव में एनडीए का हिस्सा नहीं है, नीतीश जी को तसल्ली नहीं हुई। अभी और प्रमाण पत्र चाहिए।

चुनाव बिहार में, मुद्दा कश्मीर का
सासाराम में अपनी पहली जनसभा की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा- ‘बिहार ने अपने दो सपूतों को खोया है। मैं रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देता हूं। उसी तरह से रघुवंश प्रसाद सिंह जी भी हमारे साथ नहीं हैं।’

यहां उन्होंने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया। कहा, ‘ये लोग (विपक्ष) कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल 370 फिर लागू कर देंगे। इतना सब कहकर ये बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत कर रहे हैं। क्या के बिहार के लोगों का अपमान नहीं है। ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।’

राजद, यूपीए पर निशाना
मोदी ने लालू के कार्यकाल और केंद्र में रही यूपीए सरकार का जिक्र करते हुए कहा, ‘आपने इन्हें भरोसे के साथ सत्ता सौंपी थी, लेकिन उन्होंने इसे कमाई का जरिया बना लिया। जब सत्ता से बेदखल किया, तो उनके अंदर जहर भर गया। 10 साल तक यूपीए की सरकार में रहते हुए बिहार पर गुस्सा निकाला। ये लोग बिहार की हर योजना को लटकाने और भटकाने वाले हैं। 15 साल तक अपने शासन के दौरान इन्होंने बिहार को लूटा-खसोटा है।’

मोदी ने सासाराम में कहा- चुनाव में कुछ लोग भ्रम फैला रहे

  • ‘साथियो! बिहार के लोग कभी कन्फ्यूजन में नहीं होते। चुनाव के इतने दिन पहले ही अपना स्पष्ट संदेश दे रहे हैं। जितनी रिपोर्ट आ रही हैं, सब में यही आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार एनडीए सरकार बनने जा रही है।’
  • ‘कोरोना से बचने के लिए जिस तरह यहां सरकार ने काम किया, उसके नतीजे आज दिख रहे हैं। दुनिया के अमीर देशों की हालत किसी से छिपी नहीं है। अगर बिहार में तेजी से काम नहीं हुआ होता तो महामारी हमारे कितने लोगों की जान ले लेती। कितना हाहाकार मचता, इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। लेकिन, बिहार सारी सावधानियों का पालन करते हुए लोकतंत्र का पर्व मना रहा है।’
  • ‘चुनाव में कुछ लोग भ्रम फैलाने के लिए एक-दो चेहरों को बड़ा दिखाने लग जाते हैं। कुछ लोगों के उभरने की बातें फैलाई जाती हैं, लेकिन इससे वोटिंग पर फर्क नहीं पड़ता। बिहार के लोगों ने मन बना लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी फटकने नहीं देंगे।’
  • ‘वो दिन घर की बिटिया घर से निकलती थी, वो जब तक लौटकर न आए, माता-पिता की सांस अटकी रहती थी। वो लोग जिन्होंने एक-एक नौकरी को लाखों-करोड़ों कमाने का जरिया माना, वे फिर ललचाई नजरों से देख रहे हैं। हमें याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद बिहार को डबल इंजन की ताकत मिली, राज्य में ज्यादा तेजी से काम हुआ है।’
  • ‘कोरोना के दौरान करोड़ों गरीब बहनों के खाते में करोड़ों की मदद भेजी, कई गैस कनेक्शन दिए गए। देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है, ये लोग हर संकल्प के सामने रोड़ा बनकर खड़े हैं। देश को बिचौलियों-दलालों से मुक्त कराने का फैसला लिया, ये लोग उन्हीं के पक्ष में खड़े हैं। किसान तो बहाना है, उनके लिए तो बिचौलियों-दलालों को बचाना है।’
  • ‘राफेल के लिए भी ये लोग बिचौलिए-दलाल की भाषा बोल रहे थे। इनके लिए देशहित नहीं, दलालों का हित ज्यादा महत्वपूर्ण है। जब बिचौलियों-दलालों पर चोट होती है, तब-तब ये लोग बौखला जाते हैं। ये लोग देश को कमजोर कर रहे लोगों का साथ देने से भी चूकते।’
  • ‘तब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री हुआ करता था। नीतीश कहते थे कि दिल्ली को बिहार का अखाड़ा मत बनाइए। उनके साथ मिलकर नीतीशजी ने सरकार बनाई। सब जानते हैं कि उन 18 महीनों में क्या हुआ? नीतीश इस खेल को भांप गए कि बिहार 15 साल पीछे चला जाएगा। बिहार के विकास के लिए हम फिर नीतीशजी के साथ आए। मुझे अभी नीतीशजी के साथ काम करते हुए 4-5 साल ही हुआ है।’
  • ‘आज बिहार के हर गांव तक सड़क पहुंच रही है। बिहार की नदियों पर आधुनिक पुल बन रहे हैं। सोन नदी पर कितने पुल कागजों पर बन रहे थे। अब यहां फोरलेन पुल बनाया जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों-पुलों पर काम चल रहे हैं। रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण जारी है। कनेक्टिविटी सुधारने के लाभ यहां के लोगों को मिलेगा।’
  • ‘आत्मनिर्भरता के संकल्प को मजबूत करने के लिए नीतीशजी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार जरूरी है। मुझे खुशी है कि बूथ लेवल पर सभी कार्यकर्ता मजबूती से जुटे हुए हैं। आप सभी समय निकालकर हमें आशीर्वाद देने आए, इसका धन्यवाद।’
मोदी की रैली में कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाईं।
मोदी की रैली में कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाईं।

मोदी ने गया में कहा- NDA विरोधी पिटारे को महागठबंधन कहते हैं

  • गया की रैली में नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार का चुनाव दो कारणों से अहम है। एक तो कोरोना के बीच दुनिया का पहला बड़ा चुनाव है, जहां इतनी बड़ी संख्या में मतदान होना है। इसलिए खुद को सुरक्षित रखते हुए बिहार लोकतंत्र को कैसे मजबूत करता है, इस पर सबकी नजर है। यह चुनाव बिहार में इस दशक का पहला चुनाव है। NDA की जीत के साथ यह चुनाव बिहार की भूमिका को और मजबूत करेगा।
  • 90 के दशक में यहां के नेताओं ने यहां के लोगों का कितना अहित किया है, बिहार को किस अराजकता के दलदल में धकेल दिया, यह लोगों ने अनुभव किया है। आज भी बिहार की समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अराजकता है।
  • बिहार को फिर से पुराने अंधकार की ओर ले जाने की तैयारी में जुटे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। NDA के विरोध में इन लोगों ने मिलकर जो पिटारा बनाया है, उसे ये महागठबंधन कहते हैं। उसकी रग-रग से बिहार के नागरिक वाकिफ हैं।
  • यह बड़ी विडंबना है कि जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान मिला उस हिस्से को नक्सलियों के गढ़ के रुप में धकेल दिया गया। इस क्षेत्र को नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। नक्सलवाद से इस क्षेत्र को मुक्त कराकर विकसित बनाने के लिए काफी मेहनत की गई है। नवादा, जहानाबाद जैसे जिलों को आकांक्षी जिला के रुप में चुन कर वहां विकास योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

मोदी 12 दिनों में 12 रैलियां करेंगे
पहले फेज के आखिरी दौर में प्रधानमंत्री के प्रचार से NDA को काफी उम्मीद है। मोदी 12 दिनों में 12 रैलियां करेंगे। 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में रैली करेंगे। प्रधानमंत्री का तीसरा दौरा एक नवंबर को छपरा, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर में होगा तो चौथा और अंतिम दौरा तीन नवंबर को पश्चिमी चंपारण, सहरसा और अररिया के फारबिसगंज में होगा।

बिहार लोकसभा चुनाव: ताजा खबरें, रैलियां, बयान, मुद्दे, विश्लेषण, सब कुछ दैनिक भास्कर ऐप पर। चुनाव का सबसे सटीक और डीटेल एनालिसिस, प्रत्याशी, वोटिंग, ताजा जानकारी के लिए डाउनलोड करें।

    Top Cities