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बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव हो सकते हैं महागठबंधन का CM चेहरा, साथ खड़ी है कांग्रेस

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आजतक से कहा कि हम सभी तरह के विकल्प के लिए खुले हैं. अगर हमारे आंतरिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि महागठबंधन तेजस्वी को सीएम चेहरे के रूप में पेश करने के लिए राजी है, तो हम इसके साथ जाएंगे.

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राहुल गांधी और तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस को दिक्कत नहीं
  • वाम दलों को भी महागठबंधन में लाना चाहती है कांग्रेस
  • 65-80 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस

कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव को प्रोजेक्ट करने के विचार के खिलाफ नहीं है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आजतक से कहा कि सभी तरह के विकल्प खुले हैं. अगर हमारे आंतरिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि महागठबंधन तेजस्वी को सीएम के चेहरे के रूप में पेश करने के लिए राजी है, तो हम इसके साथ जाएंगे.

आरजेडी के सांसद और प्रवक्ता प्रो. मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव आरजेडी के नेता हैं जो महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है, स्वाभाविक है कि वह सीएम चेहरा होंगे. बता दें कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा आरजेडी द्वारा सुझाए गए नेतृत्व के मुद्दे और सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर मतभेद का हवाला देते हुए महागठबंधन से अलग हो गए हैं. 

तेजस्वी यादव को महागठबंधन के सीएम चेहरे के रूप में पेश किए जाने की पूरी तैयारी है. कांग्रेस ने संकेत दिया है कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने पर उसे कोई दिक्कत नहीं है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आरजेडी सुझाव दे रही है कि अगर तेजस्वी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाता है तो उनके कार्यकर्ता उत्साहित होंगे और युवा भी महागठबंधन की ओर आकर्षित होंगे.

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कांग्रेस नेता ने कहा कि हम सभी विकल्प देखेंगे. अगर महागठबंधन किसी को सीएम चेहरे के रूप में पेश करता है तो हमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर इससे गठबंधन को फायदा नहीं है तो हमें सोचना होगा. 

उधर, कांग्रेस महागठबंधन में वामपंथी धड़े को भी लाने की कोशिश में है. आजतक को कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से पता चला है कि सीपीआई, सीपीआई (एम) को महागठबंधन में जोड़ने का संदेश आरजेडी को दिया चुका है. आरजेडी को कांग्रेस पार्टी का संदेश साफ है कि गठबंधन को बरकरार रखने के लिए पहले सीपीआई (एम-एल) सहित वाम दलों के साथ सीट साझा करने का फॉर्मूला हल करे. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस बार 65-80 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. 2015 के चुनावों में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा थी, जिसमें आरजेडी और जेडीयू जैसी पार्टियां थीं. कांग्रेस ने 41 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 27 पर जीत दर्ज की थी. 


 

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