कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत की. सीएम गहलोत से विवाद के बीच पहली बार मीडिया में आए सचिन पायलट ने कहा कि जिन लोगों ने मेहनत की है, उनकी सरकार में भागदारी हो. लड़ाई पद के लिए नहीं, आत्मसम्मान के लिए थी. पार्टी पद देती है, तो पार्टी पद ले भी सकती है. उन्होंने कहा कि जो वादे सत्ता में करके आए थे, वो पूरा करेंगे.
राहुल गांधी और प्रियंका से मुलाकात पर सचिन पायलट ने कहा कि मैंने अपनी बात बेबाकी के साथ रखी. मुझे खुशी है की कांग्रेस अध्यक्षा और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विस्तार से चर्चा की. साथी विधायकों की बातों को हमने सामने रखा. मुझे आश्वासित किया गया है कि तीन सदस्यीय कमेटी जल्द इन तमाम मुद्दों का समाधान करेगी. ये सैद्धांतिक मुद्दे थे.
पायलट ने कहा कि मुझे पद की बहुत लालसा नहीं है, लेकिन मैं चाहता था कि जो मान-सम्मान-स्वाभिमान की बात हम करते थे वो बनी रहे. हमने हमेशा कोशिश की है कि जिनकी मेहनत से सरकार निर्माण हुआ है उन लोगों की हिस्सेदारी, भागेदारी सुनिश्चित की जाए. मेरी शिकायत का समाधान होगा.
कांग्रेस वॉर रूम में हुई बैठक
गौरतलब है कि राजस्थान में मचे सियासी घमासान में राहुल गांधी और प्रियंका की डायरेक्ट एंट्री हो गई है.सोमवार रात सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों को लेकर राहुल गांधी के दफ्तर पहुंचे. कांग्रेस वार रूम 15-जीआरजी में बैठक हुई. इस बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. इससे पहले पायलट ने राहुल-प्रियंका से सोमवार दिन में भी मुलाकात की थी.
सोनिया गांधी ने गठित की तीन सदस्यीय समिति
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सचिन पायलट की शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया है, ताकि पायलट और उनके समर्थक विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का उचित समाधान किया जा सके.