लखनऊ
राशन लेने के लिए अब तक अंगुलियों के निशान की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही फिंगर प्रिंट की जगह चेहरा पहचान का जरिया बनेगा, यानी फेस स्कैनिंग से काम होगा। राजधानी की तीन कोटे की दुकानों से ट्रायल शुरू होने जा रहा है। जिला आपूर्ति अधिकारी(डीएसओ) सुनील कुमार सिंह ने बताया कि चिनहट, सरोजनीनगर और बंथरा की एक-एक कोटे की दुकान चिह्नित की गई है। इसी हफ्ते से ट्रायल भी शुरू हो जाएगा।
यूआईडीएआई और खाद्य-रसद विभाग मिलकर कर रहे काम
डीएसओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान लोग फिंगर प्रिंट देने से डर रहे हैं। कई मामले ऐसे भी हैं जिनके हाथों की लकीरें मिट चुकी हैं। इसे देखते हुए फिंगर प्रिंट की जगह फेस स्कैनिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए यूआईडीएआई उनके विभाग को चुना है।
इसी हफ्ते से होगा ट्रायल
फिलहाल मोबाइल ऐप में कार्डधारक की फोटो खींचकर डाली जाएगी। ऐप तस्वीर का मिलान करेगा। ट्रॉयल में यह भी देखा जाएगा कि एक फोटो किस उम्र तक मैच करती है। अगर परीक्षण सफल रहा तो पूरे प्रदेश में व्यवस्था लागू की जाएगी। हालांकि इसमें काफी समय लगेगा।
इन दुकानों का चयन
डीएअसो के मुताबिक चिनहट के उत्तरधौना ग्राम पंचायत के कोटेदार विजय कुमार, सरोजनीनगर में बिजनौर के कोटेदार दिनेश गुप्ता और बंथरा की शशि मौर्या की दुकान को ट्रायल के लिए चुना गया है। इन तीनों ही दुकानों पर एक हजार से अधिक राशन कार्डधारक जुड़े हैं।
राशन लेने के लिए अब तक अंगुलियों के निशान की जरूरत नहीं होगी। जल्द ही फिंगर प्रिंट की जगह चेहरा पहचान का जरिया बनेगा, यानी फेस स्कैनिंग से काम होगा। राजधानी की तीन कोटे की दुकानों से ट्रायल शुरू होने जा रहा है। जिला आपूर्ति अधिकारी(डीएसओ) सुनील कुमार सिंह ने बताया कि चिनहट, सरोजनीनगर और बंथरा की एक-एक कोटे की दुकान चिह्नित की गई है। इसी हफ्ते से ट्रायल भी शुरू हो जाएगा।
यूआईडीएआई और खाद्य-रसद विभाग मिलकर कर रहे काम
डीएसओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान लोग फिंगर प्रिंट देने से डर रहे हैं। कई मामले ऐसे भी हैं जिनके हाथों की लकीरें मिट चुकी हैं। इसे देखते हुए फिंगर प्रिंट की जगह फेस स्कैनिंग पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए यूआईडीएआई उनके विभाग को चुना है।
इसी हफ्ते से होगा ट्रायल
फिलहाल मोबाइल ऐप में कार्डधारक की फोटो खींचकर डाली जाएगी। ऐप तस्वीर का मिलान करेगा। ट्रॉयल में यह भी देखा जाएगा कि एक फोटो किस उम्र तक मैच करती है। अगर परीक्षण सफल रहा तो पूरे प्रदेश में व्यवस्था लागू की जाएगी। हालांकि इसमें काफी समय लगेगा।
इन दुकानों का चयन
डीएअसो के मुताबिक चिनहट के उत्तरधौना ग्राम पंचायत के कोटेदार विजय कुमार, सरोजनीनगर में बिजनौर के कोटेदार दिनेश गुप्ता और बंथरा की शशि मौर्या की दुकान को ट्रायल के लिए चुना गया है। इन तीनों ही दुकानों पर एक हजार से अधिक राशन कार्डधारक जुड़े हैं।