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चीनी दूतावास बोला- ऐप्स बैन से हम चिंतित, WTO के नियमों का है उल्लंघन

भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि भारत की इस कार्रवाई से हम चिंतित हैं और इसका विरोध कर रहे हैं. चीनी दूतावास की ओर से कहा गया कि भारत का यह फैसला WTO के नियमों का उल्लंघन है.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)

  • चीनी ऐप्स पर बैन होने से बौखलाया चीन
  • 'WTO के नियमों का उल्लंघन है ये फैसला'

चीनी ऐप्स पर भारत की कार्रवाई के बाद चीन बौखला गया है. चीन ने कहा कि वह भारत के इस फैसले से चिंतित है और इस मामले की पूरी जानकारी ले रहा है. चीन का कहना है कि वह इस पर पूरी तरह से नजर रख रहा है और इस कार्रवाई का कड़ा विरोध जता रहा है. दिल्ली स्थित चीन दूतावास की ओर से बयान दिया गया है.

भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि भारत की इस कार्रवाई से हम चिंतित हैं और इसका विरोध कर रहे हैं. चीनी दूतावास की ओर से कहा गया कि भारत का यह फैसला WTO के नियमों का उल्लंघन है.

चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने आगे कहा कि भारत ने चीनी ऐप्स को संदेह के आधार पर हटाया है. यह कदम साफ और निष्पक्ष प्रक्रिया के खिलाफ है. भारत का यह कदम अंतराष्ट्रीय व्यापार ट्रेंड और ई-कॉमर्स नियमों के भी खिलाफ है.

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जी रोंग ने कहा है कि भारत सरकार का फैसला दोनों देशों के रिश्तों के लिए बहुत अच्छा नहीं है. भारत में बड़ी तादाद में लोग इन ऐप्स की वजह से किसी ना किसी तरह से रोजगार पा रहे हैं, यह उनको भी परेशानी में डालेगा. चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा है कि ये ऐप्स तमाम उन नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए चल रही हैं जो सरकार की ओर से मिले हैं.

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चीनी अखबार ने क्या लिखा

वहीं, चीनी अखबार ने लिखा कि इस पाबंदी से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को नुकसान होगा, साथ ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा. चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि भारत और चीन के बीच पिछले दिनों हुए गतिरोध ने दुनियाभर में सुर्खियां बनीं, खासकर तब जब यह हिंसक हो गया और दोनों तरफ से दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटनाएं हुईं. अखबार के मुताबिक, हालांकि दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं बॉर्डर पर हुई हैं, लेकिन युद्धोत्तेजक लोगों के लिए यह अवसर में नहीं बदल जाना चाहिए.

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