मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के कहा जा रहा था कि मध्य प्रदेश में 15 साल बाद मुश्किल से मिली सत्ता को महज डेढ़ साल में गंवाने वाली कांग्रेस ने आगामी उपचुनाव में बीजेपी को हारने के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवा लेने का मन बनाया है। लेकिन प्रशांत किशोर ने इससे साफ इनकार कर दिया है।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक किशोर ने बताया कि ना केवल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बल्कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी मुझसे संपर्क किया था लेकिन मैंने ना तो कोई सहमति दी हैं और ना कोई फ़ैसला लिया है। किशोर ने आगे कहा ” मैं कांग्रेस का ऑफर इसलिए फ़िलहाल नहीं लूंगा क्योंकि कांग्रेस पार्टी के साथ राज्य स्तर पर काम करने में मेनरी कोई रुचि नहीं हैं।”

कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पार्टी प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से बात कर रही है। वह सर्वे करेंगे और चुनाव के लिए रूपरेखा तय करने व सोशल मीडिया की रणनीति तैयार करने में पार्टी की मदद करेंगे। शर्मा ने आगे कहा ” किशोर पहले भी कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में कैम्पेन कर चुके हैं।”

बता दें 24 विधानसभा सीटों में से 22 सीटें उस वक्त खाली हुईं जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद उनके समर्थक रहे कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, जबकि दो विधायकों के निधन की वजह से प्रदेश की दो सीटें रिक्त हैं। उपचुनाव के लिए अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। उपचुनाव सत्तारुढ़ बीजेपी सरकार का भविष्य तय करेगा।