शुक्रवार को आयोजित साहित्य आजतक के मंच पर अपने भजनों से अनूप जलोटा ने जबरदस्त समा बांधा. उनकी आवाज में भजन सुन हर किसी का दिल खुश हो गया. अब क्योंकि कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है, ऐसे में अनूप जलोटा के भजन भी कोरोना और लॉकडाउन के इर्द-गिर्द ही घूमे. उन्होंने इसके अलावा कई जरूरी संदेश भी दिए.
कोरोना से बचने के लिए अनोखे मंत्र
वैसे तो इस समय दुनिया में कोरोना से ठीक होने की कोई दवाई सामने नहीं आई है, लेकिन इससे बचने के कई उपाय हैं. ऐसा ही एक उपाय है योग, जिसकी पैरवी खुद अनूप जलोटा कर रहे हैं. उन्होंने साहित्य आजतक के मंच पर योग का महत्व भी बताया और दूसरों को भी इस संकट की घड़ी मे ऐसा करने की सलाह दी.
अनूप जलोटा कहते हैं- इस लॉकडाउन में हर किसी को अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना चाहिए. योग के जरिए मजबूत इम्यून की दीवार बनाने की आवश्यकता है जिससे कोरोना या कोई दूसरा वायरस हमारा कुछ ना बिगाड़ सके. बता दें कि अनूप जलोटा ने इस बात का भी खुलासा किया है कि वो खुद भी योग अभ्यास करते हैं. उनकी मानें तो पिछले 50 साल से वो योग कर रहे हैं, जिसके चलते कोरोना तो दूर तो उन्हें कभी खांसी जुखाम तक नहीं होता.
भजन के जरिए बढ़ाई हिम्मत
अब अनूप जलोटा ने साहित्य आजतक के मंच से सभी से ऐसा करने की अपील की है. उन्होंने योग की शक्ति में विश्वास दिखाया है. वैसे इस कार्यक्रम में अनूप जलोटा ने अपने भजन के जरिए भी कई संदेश दिए. उन्होंने सभी को हिम्मत बनाए रखने के लिए कहा और इस सकंट की घड़ी में सकारात्मक रहने की सलाह दी. अनूप जलोटा ने इस बात पर चिंता भी जाहिर की है कि मुंबई में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. अनूप ने बताया है कि इस सिलसिले में उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री से बात की है.
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