देश की दिग्गज तकनीकी कंपनी एचसीएल ने कोरोना वायरस के संकट के बीच भी अपने 1,50,000 कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला लिया है। कंपनी ने ऐलान किया है कि वह किसी भी कर्मचारी की सैलरी में कटौती नहीं करेगी। इसके अलावा ऐसे 15,000 फ्रेशर्स को नौकरी पर भी रखा जाएगा, जिन्हें इस दौर में ऑफर दिया गया है। हालांकि कंपनी ने यह जरूर कहा है कि कुछ नए प्रोजेक्ट्स में देरी होगी। देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी ने मौजूदा ऑफर्स का सम्मान करने की बात कही है।

इस बारे में कंपनी के चीफ एचआर ऑफिसर अप्पाराव वीवी ने कहा, ‘कंपनी के फिलहाल चल रहे प्रोजेक्ट्स में कोई कमी नहीं की गई है, लेकिन नई शुरू होने वाली परियोजनाओं में जरूर देरी होगी। एचसीएल को कुछ अच्छे संकेत मिल रहे हैं, इसलिए हमने 5,000 भर्तियां निकाली हैं। उन्होंने कहा कि हम ट्रांसपोर्टेशन और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तनाव का सामना कर रहे हैं।

अप्रेजल पर अभी फैसला नहीं: यही नहीं अप्पाराव ने कहा कि फिलहाल कंपनी ने इस साल के अप्रेजल को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है और इसके बारे में जुलाई के महीने में कुछ तय किया जाएगा। अप्पाराव ने कहा कि एचसीएल ने कर्मचारियों की सैलरी में किसी भी तरह की कटौती या फिर बोनस को रोकने के प्रस्ताव पर भी विचार नहीं किया है।

कहा, 2008 में भी नहीं की थी कोई कटौती: कंपनी के एचआर ने कहा कि हमने 2008 के आर्थिक संकट के दौरान भी किसी की सैलरी में कोई कटौती नहीं की थी। हम आज भी उसी सिद्धांत के आधार पर काम कर रहे हैं। अप्पाराव ने कहा कि हम मानते हैं कि हम कर्मचारियों को जो बोनस दे रहे हैं, वह उनकी पिछले 12 महीनों के मेहनत का परिणाम है। हमें अपने लोगों से किए गए वादों पर खरा उतरना चाहिए।

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