Indian Premier League , Board of Control for Cricket in India: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सीईओ राहुल जौहरी का मानना है कि आईपीएल का 13वां सीजन मानसून सीजन के बाद विदेशी खिलाड़ियों के साथ हो सकता है। बोर्ड किसी भी हाल में इस टूर्नामेंट का आयोजन इस साल के अंत तक करा लेना चाहता है। क्योंकि, अगर टूर्नामेंट नहीं होता है तो बोर्ड के साथ-साथ विश्व क्रिकेट भी आर्थिक रूप से एक बड़ा नुकसान हो सकता है। वर्ल्ड क्रिकेट के दो अरब डॉलर के करोबार का एक-तिहाई हिस्सा आईपीएल से आता है। हर फ्रैंचाइजी सैलरी के तौर पर करीब 85-85 करोड़ रुपए खिलाड़ियों को देती है।

आईपीएल के पूर्व सीईओ सुंदर रमन के मुताबिक, अगर टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जुलाई 2020 से क्रिकेट की वापसी और स्टेडियम में दर्शकों की वापसी जनवरी 2021 से वापसी हो जाती है तो रेवेन्यू में 48% नुकसान होगा। इसका दो-तिहाई हिस्सा आईपीएल के कारण होगा। 48% घाटे में 64% ब्रॉडकास्टिंग और 18% टिकट से होने वाले लाभ का नुकसान है। रमन के अनुसार, अगर इस साल दिसंबर तक टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर क्रिकेट की वापसी और 2021 अप्रैल तक दर्शकों की वापसी होती है तो रेवेन्यू में 88% नुकसान होगा।

88% घाटे में 72% ब्रॉडकास्टिंग और 9.5% टिकट से होने वाले लाभ का नुकसान है। वर्ल्ड क्रिकेट के दो अरब डॉलर के कारोबार में भारत का हिस्सा दो-तिहाई है। 2019-2022 के सर्किल में भारत का योगदान 1.2 अरब डॉलर है। 2019 में क्रिकेट के रेवेन्यू में एक-तिहाई हिस्सा आईपीएल का होगा। आईपीएल को रेवेन्यू में ब्रॉडकास्टिंग राइट से 24% कमाई होती है। इसका बड़ा हिस्सा खिलाड़ियों की सैलरी पर खर्च होता है।

पिछले साल क्रिकेट वर्ल्ड कप की तुलना में आईपीएल की कमाई 30% ज्यादा रही थी। इस साल होने वाले आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की तुलना में आईपीएल 2020 का रेवेन्यू 70% ज्यादा होने का अनुमान था। इसलिए बीसीसीआई या आईसीसी आईपीएल को रद्द करना नहीं चाहती है। कोरोनावायरस के कारण टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए टाला गया है।