गुजरात में फंसे आंध्र के मछुआरों की मदद के लिए राहुल ने केंद्र से मांगी मदद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से गुजरात में फंसे आंध्र प्रदेश के कुछ मछुआरों के लिए मदद की गुहार लगाई।
नई दिल्ली, प्रेट्र। आंध्र प्रदेश के कुछ मछुआरे लॉकडाउन के कारण गुजरात में फंस गए हैं और अपने घर पहुंचाना चाहते हैं जिसके लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Congress leader Rahul Gandhi) ने शनिवार को सरकार से मदद मांगी है। कांग्रेस नेता ने इन मछुआरों को राहत शिविरों में भेजे जाने की गुजारिश की है।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण दक्षिणी राज्यों के करीब 6,000 मछुआरे गुजरात में रहने को विवश हैं। उन्हें न तो रहने के लिए साफ-सुथरी जगह है और न ही उन्हें खाना या पानी मिल पा रहा है।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘एक माह से अधिक समय से आंध्र प्रदेश के 6,000 से अधिक मछुआरे गुजरात में फंसे हुए हैं। मैं सरकार से अपील करता हूं कि मेरे उन भाइयों को राहत शिविरों में पहुंचाया जाए और उन्हें सुविधाजनक माहौल प्रदान करने की व्यवस्था कराई जाए।’
इसी तरह अंडमान में तमिलनाडु के मछुआरे फंसे हैं। इन्हें भी वहां खाने को कुछ नहीं मिल पा रहा। NFF के चेयरपर्सन एम इलांगो ( Chairperson M. Ilango) ने मंगलवार को केंद्र से मदद की मांग करते हुए कहा कि तमिलनाडु के करीब 400 मछुआरे अपनी नौकाओं के साथ अंडमान गए थे और लॉकडाउन की घोषणा के बाद से वहीं फंसे हैं। इलांगो ने राज्य व केंद्र सरकारों को उन्हें सुरक्षित अपने घरों तक पहुंचाने की अपील की है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार तक गुजरात में कुल संक्रमित मामले 2815 हो गए जिसमें से 265 स्वस्थ हुए और 127 लोगों की मौत हो गई। वहीं आंध्र प्रदेश में संक्रमण के कुल मामले 955 हैं। इनमें से 145 स्वस्थ हो गए और मरने वालों की संख्या 29 है।
गत माह से लागू लॉकडाउन के कारण जो अपने घर से दूर थे वो वहीं फंसे हैं। कुछेक को प्रशासन की ओर से मदद भी दी जा रही है और उन्हें घर तक पहुंचाया जा रहा है। कई माइग्रेंट व मछुआरे देश के कई हिस्सों में फंसे हैं। इसके तहत ट्रेन, बस व एयरलाइंस सर्विस को भी बंद किया गया है। शनिवार को भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 24 हजार के पार चला गया जिसमें सात सौ से अधिक की मौत हो गई।