देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के लिये विशेष तौर पर 775 अस्पताल और 1,389 स्वास्थ्य देखभाल केंद्र अधिकृत किये गए हैं। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना जाति, धर्म, रंग, जाति, पंथ, भाषा या सीमाओं को नहीं देखता। इसलिए हमारी प्रतिक्रिया और आचरण में एकता और भाईचारे को प्रधानता दी जानी चाहिए। पीएम ने कहा कि इस परिस्थिति में हम एक साथ हैं। इससे पहले स्वास्थ मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 20 अप्रैल के बाद भी हॉटस्पॉट इलाकों में किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगा। मंत्रालय की तरफ से टीके और दवा के परीक्षण से संबंधित विज्ञान के मोर्चे पर काम करने के लिए एक उच्च स्तरीय कार्यबल रविवार को गठित किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोविड-19 के लिये विशेष तौर पर 775 अस्पताल और 1,389 स्वास्थ्य देखभाल केंद्र अधिकृत किये गए हैं। लॉकडाउन के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि राज्यों से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर स्थिति पर नियंत्रण करने का प्रयास जारी है। गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की। राज्यों में क्या है कोरोना वायरस से ताजा हालात, यहां पढ़ें उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है। ऐसै में कोरोना के संबंध में दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि लॉकडाउन में दी जाने वाली छूट वास्तविक परिस्थितियों का आंकलन करने के बाद ही दी जाए। प्रवक्ता ने बताया कि मजदूरों को उनके कार्यस्थल पर ले जाने की व्यवस्था करनी चाहिए। इसे मजदूरों को रोजगार के अवसर मिलने लगेंगे। इसी प्रकार बड़ी औद्योगिक परिसरों के संचालन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के कुल मरीज 16116 हो गए हैं। कोरोना के चलते देश में अब तक 519 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना से 39 लोगों की मौत हुई है।