इंदौर।
मध्यप्रदेश में इंदौर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। डॉक्टरों के बाद पहली बार इंदौर शहर में एक पुलिस अधिकारी की मौत हुई है। अरबिंदो अस्पताल में भर्ती जूनी थाना प्रभारी का निधन रात 1:30 बजे हो गया। उसके बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है।
दरअसल, 41 वर्षीय देवेंद्र चंद्रवंशी इंदौर के जूनी थाना के प्रभारी थे। ड्यूटी के दौरान ही वह कोरोना से संक्रमित हुए थे। उसके बाद इलाज के लिए उन्हें अरबिंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान उनकी सेहत में सुधार नहीं हुई थी। शनिवार रात उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई थी।
इंदौर में 49 मौत
इंदौर में अब तक कोरोना से 49 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को कोरोना से 1 भी मौत नहीं हुई थी। शनिवार को एक बुजुर्ग महिला की जान गई थी। आधी रात के बाद इंस्पेक्टर की मौत हुई है। वहीं, इंदौर में अभी कई और लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिनका शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मरीजों की संख्या 901
वहीं, इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या 901 पहुंच गई है। राहत की बात यह है कि शुक्रवार से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है। शुक्रवार को जहां 50 नए केस सामने आए थे, शनिवार को सिर्फ 9 केस मिले हैं। इसके साथ ही क्वारंटीन सेंटर से भी शनिवार को 20 से ज्यादा लोगों की छुट्टी हुई थी। ये इंदौर के लिए राहत की खबर है।
2 डॉक्टरों की भी हुई है यहां मौत
इंदौर में कोरोना से पूर्व में 2 डॉक्टरों की मौत भी हुई है। कोरोना से मध्यप्रदेश में किसी पुलिस अधिकारी की पहली मौत है। जबकि देर रात सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट कर कहा था कि आज की अच्छी खबर यह है कि प्रदेश में कोरोना से जंग आज किसी व्यक्ति ने नहीं हारी है।
पल्मोनरी एम्बुलिजम से हुई मौत
वहीं, एसआई की मौत पर डॉक्टर विनोद भंडारी ने कहा कि उनकी दो रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई थी। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। उनकी मौत पल्मोनरी एम्बुलिजम से हुई है, जो एक प्रकार से हार्ट अटैक है। यह सामान्य व्यक्ति को भी हो सकता है।
शिवराज ने शोक व्यक्त किया
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि इंदौर की हमारी पुलिस टीम के कर्तव्यनिष्ठ सदस्य देवेंद्र कुमार ने कोरोना से जंग में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था और हाल ही में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन देर रात अचानक ही उनकी मृत्यु का दुखद समाचार मिला। इस संकट की घड़ी में मेरे साथ पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख और उनकी पत्नी को विभाग में उप निरीक्ष के पद पर नियुक्ति दी जा रही है।
मध्यप्रदेश में इंदौर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। डॉक्टरों के बाद पहली बार इंदौर शहर में एक पुलिस अधिकारी की मौत हुई है। अरबिंदो अस्पताल में भर्ती जूनी थाना प्रभारी का निधन रात 1:30 बजे हो गया। उसके बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है।
दरअसल, 41 वर्षीय देवेंद्र चंद्रवंशी इंदौर के जूनी थाना के प्रभारी थे। ड्यूटी के दौरान ही वह कोरोना से संक्रमित हुए थे। उसके बाद इलाज के लिए उन्हें अरबिंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान उनकी सेहत में सुधार नहीं हुई थी। शनिवार रात उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई थी।
इंदौर में 49 मौत
इंदौर में अब तक कोरोना से 49 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को कोरोना से 1 भी मौत नहीं हुई थी। शनिवार को एक बुजुर्ग महिला की जान गई थी। आधी रात के बाद इंस्पेक्टर की मौत हुई है। वहीं, इंदौर में अभी कई और लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिनका शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मरीजों की संख्या 901
वहीं, इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या 901 पहुंच गई है। राहत की बात यह है कि शुक्रवार से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है। शुक्रवार को जहां 50 नए केस सामने आए थे, शनिवार को सिर्फ 9 केस मिले हैं। इसके साथ ही क्वारंटीन सेंटर से भी शनिवार को 20 से ज्यादा लोगों की छुट्टी हुई थी। ये इंदौर के लिए राहत की खबर है।
2 डॉक्टरों की भी हुई है यहां मौत
इंदौर में कोरोना से पूर्व में 2 डॉक्टरों की मौत भी हुई है। कोरोना से मध्यप्रदेश में किसी पुलिस अधिकारी की पहली मौत है। जबकि देर रात सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट कर कहा था कि आज की अच्छी खबर यह है कि प्रदेश में कोरोना से जंग आज किसी व्यक्ति ने नहीं हारी है।
पल्मोनरी एम्बुलिजम से हुई मौत
वहीं, एसआई की मौत पर डॉक्टर विनोद भंडारी ने कहा कि उनकी दो रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई थी। उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। उनकी मौत पल्मोनरी एम्बुलिजम से हुई है, जो एक प्रकार से हार्ट अटैक है। यह सामान्य व्यक्ति को भी हो सकता है।
शिवराज ने शोक व्यक्त किया
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि इंदौर की हमारी पुलिस टीम के कर्तव्यनिष्ठ सदस्य देवेंद्र कुमार ने कोरोना से जंग में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था और हाल ही में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन देर रात अचानक ही उनकी मृत्यु का दुखद समाचार मिला। इस संकट की घड़ी में मेरे साथ पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख और उनकी पत्नी को विभाग में उप निरीक्ष के पद पर नियुक्ति दी जा रही है।