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कोरोना के खिलाफ जंग, मास्क-पीपीई सूट तैयार करने में जुटे सीआरपीएफ जवान

दिल्ली में सीआरपीएफ के कैंप में इस वक्त भारी संख्या में पीपीई सूट और मास्क तैयार किए जा रहे हैं. सीआरपीएफ जवान कैंप में प्रतिदिन करीब 40-50 हजार मास्क और 300-400 पीपीई सूट तैयार कर रहे हैं.

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मास्क बनाने में जुटे सीआरपीएफ जवान (फोटो- जितेंद्र बहादुर सिंह)
मास्क बनाने में जुटे सीआरपीएफ जवान (फोटो- जितेंद्र बहादुर सिंह)

  • मास्क तैयार करने में जुटी सीआरपीएफ
  • पीपीई सूट भी किए जाएंगे तैयार

हर रोज कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ ही देश में स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की कमी के मामले भी देखे जा रहे हैं. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से लगातार जरूरी मेडिकल सुविधाओं की मांग की जा रही है. इस कमी को पूरा करने के लिए अब सेना भी आगे आ चुकी है.

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देश में किसी बाहरी दुश्मन का हमला हो या आतंकी हमला, सेना उसके लिए हर समय तैयार रहती है. आज देश के सामने कोरोना वायरस का खतरा है. इससे निपटने के लिए सीआरपीएफ आगे आ चुकी है. इस बार सीआरपीएफ के जरिए पीपीई सूट और मास्क तैयार किए जा रहे हैं.

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दिल्ली में सीआरपीएफ के कैंप में इस वक्त भारी संख्या में पीपीई सूट और मास्क तैयार किए जा रहे हैं. चौबीसों घंटे काम करते हुए सीआरपीएफ जवान कैंप में प्रतिदिन करीब 40-50 हजार मास्क और 300-400 पीपीई सूट तैयार कर रहे हैं. दरअसल, देशभर में जिस तरीके से मास्क और पीपीई सूट की आवश्यकता में इजाफा देखा गया है, ऐसे में सीआरपीएफ जवान अब कोरोना की इस महामारी से लड़ने के लिए देश हित में काम करने में जुट गए है.

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सीआरपीएफ के आईजी राजू भार्गव ने आजतक से बातचीत में कहा कि सीआरपीएफ के इस कैंप में जो मशीन लगाई गई है, उसकी मास्क बनाने की क्षमता प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा की है. अभी शुरुआत है. इसलिए 40-50 हजार प्रतिदिन मास्क बनाए जाएंगे. आने वाले दिनों में जिन राज्यों में इसकी मांग होगी, वहां भी इसकी सप्लाई की जाएगी.

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सीआरपीएफ के आईजी राजू भार्गव ने बताया कि कई एनजीओ से उनके पास मास्क की मांग आई है, जिसको वह पूरा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में पीपीई सूट बनाने की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और इनको जिन अस्पतालों में आवश्यकता होगी, वहां तक सीआरपीएफ भेजेगी.

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