यह शर्मनाक है:दिल्ली के कोरोना क्वारैंटाइन सेंटर में जमातियों ने पेशाब भरी बोतल फेंकी, मेडिकल स्टाफ पर थूका; केस दर्ज

नई दिल्ली4 वर्ष पहले
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यह तस्वीर 31 मार्च की है। इस दिन दिल्ली की निजामुद्दीन स्थित मरकजी मस्जिद से 2 हजार से ज्यादा तब्लीगी जमात के लोगों को निकाला गया। इसके बाद करीब 300 जमातियों को द्वारका और बक्करवाला क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया। आरोप है कि मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार इन्हीं जमातियों ने किया। - Dainik Bhaskar
यह तस्वीर 31 मार्च की है। इस दिन दिल्ली की निजामुद्दीन स्थित मरकजी मस्जिद से 2 हजार से ज्यादा तब्लीगी जमात के लोगों को निकाला गया। इसके बाद करीब 300 जमातियों को द्वारका और बक्करवाला क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया। आरोप है कि मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार इन्हीं जमातियों ने किया।
  • जमातियों के दुर्व्यवहार की घटनाएं दिल्ली के द्वारका और बक्करवाला सेंटर की हैं
  • मरकज मामले में मौलाना साद समेत सभी 7 आरोपियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस, दो हजार जमातियों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर

क्वारैंटाइन सेंटर में भर्ती तब्लीगी जमातियों का मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार की खबर लगातार आ रही हैं। दिल्ली के द्वारका स्थित क्वारेंटाइट सेंटर में जहां पर जमातियों ने पेशाब भरी बोतल फेंकी। वहीं, बक्करवाला सेंटर में एक जमाती ने मेडिकल स्टाफ पर थूका। शिकायत के बाद दोनों मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। द्वारका सेक्टर-16 में 198 और बक्करवाला में 120 जमाती क्वारैंटाइन हैं। द्वारका सेक्टर 16 स्थित क्वारेंटाइट सेंटर में ड्यूटी पर तैनात सिविल डिफेंस के स्टाफ को पंप हाउस की छत पर 3 बोतलें मिली थी। इसमें से एक मे पेशाब भरा हुआ था। इसकी शिकायत सेंटर इंचार्ज से मिलने के बाद द्वारका नॉर्थ थाने में केस दर्ज किया गया। हालांकि, इस घटना की अब तक कोई तस्वीर सामने नहीं आई है। 

दिल्ली: कोरोना के 24 घंटे में 93 नए मामले, सभी मरकज से जुड़े

  • कोरोना संक्रमण का दायरा दिल्ली में लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़कर 669 पहुंच गया है। इसमें 426 निजामुद्दीन मरकज से जुड़े लोग है। वहीं, विदेश से लौटने और उनसे संक्रमित होने वाली की संख्या बढ़कर 214 पहुंच गई है। इसमें 11 ऐसे लोग जोड़े गए है, जिनके संक्रमित होने का पहले कारण पता नहीं चल पाया था। जिससे संक्रमण के कारण होने वाली की संख्या 40 से घटकर 29 हो गई है।
  • बुधवार को दिल्ली सरकार के डॉयरेक्टारेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेस की तरफ से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना के 93 नए मरीज मिले। यह सभी निजामुद्दीन मरकज से जुड़े है। वहीं, अब तक 20 लोग अस्पताल से ठीक होकर घर जा चुके है। एक व्यक्ति विदेश चला गया है। कोराेना संक्रमित 9 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी अस्पताल में 558 लोग भर्ती है।

1052 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती
दिल्ली सरकार के अलग-अलग अस्पतालों में 1052 मरीज भर्ती है। इसमें 558 कोरोना पॉजिटिव है। वहीं, 28 मरीज आईसीयू और 6 वेंटिलेटर पर हैं। 15 मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा है। एलएनजेपी में 121, आरजीएसएसएच में 97, जीटीबी में 33, डीडीयू में 33, बीएसए में 10, आरएमएल में 22 भर्ती हैं।

क्राइम ब्रांच ने मरकज में छानबीन की

  • क्राइम ब्रांच की टीम बुधवार को एक बार फिर मरकज पहुंची, जहां काफी देर छानबीन करने के बाद लौट गई। उधर, पुलिस ने मौलाना साद समेत सभी सात आरोपियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है। इस बारे में एयरपोर्ट अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है मरकज से कुछ रजिस्टर बरामद किए गए हैं। उनमें काफी कुछ उर्दू में लिखा गया है, जिसे समझने के लिए ट्रांसलेटर की मदद ली जा रही है।
  • पुलिस ने मरकज आए दो हजार जमातियों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए हैं। आने वाले दिनों में इस केस के मद्देनजर उन सभी लोगों को नोटिस देकर जांच में शामिल किया जाएगा, जिसे लेकर पुलिस को कुछ जानकारी जुटानी होगी।

मौलाना साद को तलाश रही है पुलिस

  • मौलाना मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है, लेकिन उसके सगे नजदीकी रिश्तेदार के बारे में जानकारी जुटा पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर ले रखा था। उन्हीं नंबर पर हुई बातचीत से पुलिस को मौलाना के जाकिर नगर स्थित एक घर में मौजूद होने की खबर मिली। इससे पहले मौलाना के अधिवक्ता शाहिद अली भी यह दावा कर चुके थे कि वह फरार नहीं, बल्कि डॉक्टर की सलाह पर चौदह दिन के लिए क्वारैंटाइन हैं।
  • मौलाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस की टीम उनके यूपी शामली स्थित पैतृक निवास कांघला से लेकर सहारनपुर स्थित उनके ससुराल तक दबिश डाल चुकी थी। केस के शुरुआती दिनों में वे जाकिर नगर और निजामुदीन एरिया में नहीं मिले थे। क्राइम ब्रांच की लगभग दस सदस्यीय टीम ने आज एक आर फिर मरकज सेंटर पहुंच जांच पड़ताल की। इस दौरान महिला पुलिसकर्मी भी साथ थी। इस मामले के तूल पकड़ लेने की वजह से क्राइम ब्रांच का कोई भी अफसर अधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। उनकी सिर्फ यही दलील है कि अभी केस की जांच शुरुआती चरण में है।

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