कोरोना वायरस से दुनिया के बड़े-बड़े देशों की स्थिति खराब होती जा रही है. इस बीच चीन के वुहान के शवदाह गृह में हजारों अस्थि कलश की डिलीवरी कराने की खबर सामने आ रही है. कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़ों को लेकर पहले से दुनिया चीन पर सवाल खड़े करती रही है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या चीन मृतकों के आंकड़े भी गलत तो नहीं बता रहा? बता दें कि चीन के भी समाज में शव को जलाने की परंपरा है. (प्रतीकात्मक फोटो)
न्यूयॉर्क पोस्ट ने चीन की स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया है कि कोरोना वायरस से चीन में मरने वाले लोगों की आधिकारिक संख्या पर संदेह होने लगा है. चीन के सोशल मीडिया पर अस्थि कलश ले जाते परिजनों की तस्वीरें काफी शेयर की जा रही हैं.
(प्रतीकात्मक फोटो)
चीन की स्थानीय मीडिया ने खबर दी है कि वुहान के एक शवदाह गृह में दो दिनों के भीतर 5 हजार अस्थि कलश की डिलीवरी कराई गई है. हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि कितने कलश को राख से भरा गया.
चीन ने अब तक कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या सिर्फ 3300 बताई है. लेकिन दुनियाभर में बढ़ती मृतकों की संख्या के साथ ही चीन की पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
वुहान के शवदाह गृहों में काम करने वाले लोगों ने मामले पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि वे नहीं जानते कि कितने कलश को भरा गया.
बता दें कि इसी महीने चीन ने अपने देश में कोरोना वायरस पर जीत हासिल करने का ऐलान किया था. कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित रहे वुहान के लॉकडाउन में भी चीन ने रियायत देना शुरू कर दिया है. चीन ने कहा कि उसके देश में अब ज्यादातर नए मामले विदेश से आने वाले लोगों की वजह से हैं.
अब तक दुनियाभर में 30,800 से अधिक लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो गई है. वहीं इनमें चीन में हुई मौतों का आंकड़ा 3300 है, जबकि इटली में 10,000 से अधिक, स्पेन में 5900 से अधिक मौतें हुई हैं.