ताहिर हुसैन पर अंकित शर्मा हत्या मामले में क्या लग रहे हैं आरोप
दिल्ली हिंसा में मारे गए ख़ुफ़िया विभाग के अंकित शर्मा के घर मातम पसरा है. अंकित के पिता, रिश्तेदारों और तमाम पड़ोसियों ने अंकित की मौत के लिए 'आप' पार्षद ताहिर हुसैन को ज़िम्मेदार ठहराया है.
आरोपों पर आम आदमी पार्षद ताहिर हुसैन ने ट्विटर पर सफ़ाई में एक वीडियो पोस्ट किया है. पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है और फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज़ नहीं हुई है.
26 फरवरी को अंकित की लाश हिंसाग्रस्त इलाके चांदबाग़ के एक नाले से निकाली गई थी.
अंकित के पिता रविंदर शर्मा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया, "अंकित जब ड्यूटी से लौटकर आया, तो बाहर क्या हो रहा है ये देखने गया था. वहां पथराव हो रहा था. तभी बिल्डिंग से 15-20 बंदे आए और मेरे लड़के को खींचकर ले गए. 5-6 लोगों को ले गए. जो लोग उसे छुड़ाने गए, उन पर गोलियां चलाई गईं और पेट्रोल बम छोड़ दिया. कॉलोनी के किसी ने बताया कि आपके लड़के की लाश इधर गिरी है. तब तक ये नहीं पता था कि मेरा ही लड़का है या कोई और है. चांदबाग़ पुलिया पर जो मस्जिद है, तो इधर से ले आए इसे खींचकर. 8-10 आदमी थे. ऊपर से फेंककर आ गए. फिर दो आदमी ने पत्थर डाले ऊपर से."
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लगातार रो रहीं अंकित की मां ने मीडिया को बताया उन्होंने अंकित से चाय पीकर घर से निकलने को कहा था. अंकित के देर तक न लौटने पर उन्होंने एफ़आईआर लिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिसवाले उन्हें थानों के चक्कर कटवाते रहे.
अंकित की बॉडी मिलने के बारे में उनके पिता रविंदर बताते हैं, "सुबह 10 बजे एसीपी ने बॉडी निकलवाई. किसी पड़ोसी ने लाशें डालते देखा था, तो पुलिस को ख़बर दी गई."
ताहिर हुसैन पर आरोप लगाते हुए रविंदर एएनआई से कहते हैं, "ताहिर देशद्रोही हैं. लोग उसकी बिल्डिंग से पत्थर फेंक रहे थे. अंकित को चाक़ुओं से गोदा गया. अंकित की बॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी हॉस्पिटल भेजी गई है."
ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के नेता हैं और नेहरू विहार इलाक़े के पार्षद हैं. उन पर हिंसा फैलाने वालों को घर में पनाह देने का आरोप है. अपनी सफ़ाई वाले वीडियो में उन्होंने यह बात स्वीकार की है कि हिंसा करने वालों ने उनके ऑफ़िस पर क़ब्ज़ा करके पथराव किया. उनका ये वीडियो आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया रणनीतिकार अंकित लाल ने ट्वीट किया है.
बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, "स्थानीय लोगों से हिंदुओं के ख़िलाफ़ हिंसा में 'आप' पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन की भूमिका के वीडियो मिल रहे हैं. इससे पता चलता है कि केजरीवाल क्यों चुप हैं. न तो उन्होंने अपने विधायकों के साथ मीटिंग की और न उन मौलवियों के साथ, जिन्हें सरकार शांति की अपील के लिए पैसे देती है."
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इस वीडियो में ताहिर, जिसे वह अपना दफ्तर बताते हैं, उसकी छत से तमाम लड़के हाथों में डंडा लिए और पथराव करते दिख रहे हैं. छत पर एक शख्स सफ़ेद कपड़ों और हाफ़ लाल स्वेटर में दिख रहा है. वीडियो शूट करने वाले लोग उस शख्स की पहचान ताहिर हुसैन के तौर पर कर रहे हैं. हालांकि बीबीसी इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है.
अपने सफ़ाई देने वाले वीडियो में ताहिर वैसा ही लाल रंग का एक हाफ़ स्वेटर पहने दिख रहे हैं.
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी अमित मालवीय वाला वीडियो शेयर किया है. 27 फ़रवरी को एक और ट्वीट में कपिल ने लिखा, "हत्यारा ताहिर हुसैन है. सिर्फ़ अंकित शर्मा नहीं, चार लड़कों को घसीटकर ले गए थे. उनमें से तीन की लाश मिल चुकी है. वीडियो में ख़ुद ताहिर हुसैन नक़ाबपोश लड़कों के साथ लाठी, पत्थर, गोलियां, पेट्रोल बम लेकर दिख रहा है. ताहिर हुसैन लगातार केजरीवाल और 'आप' के नेताओं से बात कर रहा था."
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26 फ़रवरी की रात 'आप' के सोशल मीडिया रणनीतिकार अंकित लाल ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें ताहिर अपनी सफ़ाई पेश कर रहे हैं.
वीडियो में ताहिर कहते हैं, "मेरे बारे में जो ख़बर चलाई जा रही है, वो सरासर ग़लत है. ये गंदी राजनीति के चलते मुझे बदनाम किया जा रहा है. जब से कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिए हैं, तब से दिल्ली के हालात ख़राब हैं. जगह-जगह से पत्थरबाज़ी की घटनाएं सुनने को मिल रही हैं. परसों हमारे यहां भी ऐसा हुआ था, जिसके बाद हमने पुलिस से संपर्क किया था. एक भीड़ मेरे ऑफ़िस का गेट तोड़कर छत पर चढ़ गई थी, जिसके बाद मैंने लगातार पुलिस से मदद मांगी. जो अधिकारी यहां मौजूद थे, उनकी निगरानी में पूरे मकान की तलाशी ली गई. पुलिस ने ही मेरे परिवार को हमें यहां से सुरक्षित बाहर भेजा."
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इसके बाद ताहिर कहते हैं, "मैंने पुलिस से गुहार लगाई कि फोर्स न हटाएं. फोर्स हटी, तो मेरी बिल्डिंग का फिर कोई नाजायज़ फ़ायदा उठा लेगा. हमारे साथ 5-7 लोगों ने पूरी ताक़त लगाई थी कि दरवाज़ा न टूटे, लेकिन दरवाज़ा तोड़ दिया गया. पुलिस के वहां से हटने पर दंगाइयों ने वही काम किया, जिसका मुझे डर था. मैं एक सच्चा और अच्छा मुसलमान हूं और हमेशा हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के लिए काम करता रहा हूं. मैं ज़िंदगी में किसी को नुक़सान नहीं पहुंचा सकता. मैं अपने बच्चों की सौगंध खाता हूं. मैंने इस तरह की घटिया राजनीति न कभी की है और न कभी करूंगा."
ताहिर 2017 में निर्वाचन क्षेत्र 059-E नेहरू विहार (पूर्वी दिल्ली) से पार्षद बने थे. वो पेशे से बिज़नेसमैन हैं. ताहिर ने अपनी संपत्ति 18 करोड़ रुपए घोषित की है. चुनाव आयोग को दिए हलफ़नामे के मुताबिक़ उन पर कोई आपराधिक मामला नहीं दर्ज है. इससे पहले उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा है. 2017 में दी गई जानकारी के मुताबिक़ तब वह आठवीं पास थे और ओपन स्कूल से 10वीं की पढ़ाई कर रहे थे.
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