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डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के खर्च पर विवाद, प्रियंका गांधी ने पूछा- सरकार ने कितना पैसा दिया?

Donald Trump India Visit: कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा का स्वागत करते हुए कहा था कि यह दौरा भारतीय प्रवासियों के बीच ट्रंप को फिर से चुने जाने के प्रचार अभियान में नहीं बदलना चाहिए.

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यात्रा के आयोजन पर होने वाले खर्च पर उठाया सवाल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यात्रा के आयोजन पर होने वाले खर्च पर उठाया सवाल

  • ट्रंप के भारत आगमन पर 100 करोड़ रुपये खर्च हो रहे
  • ये पैसा समिति के जरिए खर्च हो रहा, ये कहां से आ रहा

कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल उठाया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के भारत आगमन पर 100 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है. देश को यह जानने का हक है कि सरकार ने इस समिति को कितना पैसा दिया है.

प्रियंका गांधी ने शनिवार को ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं. लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है. समिति के सदस्यों को पता ही नहीं कि वो उसके सदस्य हैं. क्या देश को ये जानने का हक नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?'

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इससे पहले, कांग्रेस ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा का स्वागत किया था, लेकिन सरकार को आगाह करते हुए सुनिश्चित करने को कहा था कि 'यह दौरा भारतीय प्रवासियों के बीच ट्रंप को फिर से चुने जाने के प्रचार अभियान में नहीं बदलना चाहिए.' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, "हमारा मानना है कि इस दौरे का अमेरिकी राष्ट्रपति के फिर से चुने जाने के प्रचार अभियान से कोई संबंध नहीं होना चाहिए. इस यात्रा का परिणाम राष्ट्रीय हित में होना चाहिए."

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कांग्रेस ने कहा कि तीन चीजों को ध्यान में रखे जाने की जरूरत है, जिसमें संप्रभुता, स्वाभिमान व देश का राष्ट्रीय हित शामिल है. उन्होंने कहा, "इस तरह के दौरे गंभीर होने चाहिए और अपनी छवि को बढ़ावा देने के लिए नहीं होने चाहिए." ट्रंप 24 और 25 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "कांग्रेस भारत-अमेरिका संबंधों को समझती है और इसका समर्थन करती है. कांग्रेस जीएसपी (जर्नलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंसेज) व्यवस्था वापस लाना चाहती है, क्योंकि भारतीय विनिर्माता मुश्किल में हैं और इससे देश के छोटे श्रमिकों पर असर पड़ा है."

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कांग्रेस ने सवाल उठाया कि ट्रंप की अहमदाबाद की प्रस्तावित यात्रा को कौन लोग मैनेज कर रहे हैं. सरकार ने 'ट्रंप नागरिक अभिनंदन समिति' द्वारा यात्रा मैनेज किए जाने की बात कही है.

कांग्रेस नेता ने कहा, "हमें पता चला है कि स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों (ट्रंप के स्वागत के लिए छात्रों को भेजने के लिए) के लिए एक कोटा निर्धारित किया गया है. स्कूली बच्चों को भी लाइन में खड़ा किया जाएगा. प्रत्येक ब्लॉक से करीब 100 शिक्षकों को बुलाया गया है. सभी होर्डिंग जो लगाई गई हैं, वे किसी कमेटी की नहीं हैं.

गुजरात सरकार ने सभी को मंजूरी दी है, मोटेरा स्टेडियम को किराये पर लिया गया है. पूरे देश से कलाकार आ रहे हैं. यह सब एक कमेटी के नियंत्रण में नहीं है. अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को एक विशेष अनुदान दिया गया है. हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार को (व्यवस्थाओं के बारे में) झूठ नहीं बोलना चाहिए."

पार्टी ने कहा कि अगर सरकार कार्यक्रम के लिए भुगतान कर रही है तो इस तथ्य को क्यों छिपाया जा रहा है.

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