• Hindi News
  • International
  • India's Charge Aircraft Brought To India From China Are Not Getting Clearance, Chinese Officials Are Also Reluctant To Seek Help From India.

भारत का आरोप- नागरिकों को लाने के लिए हमारे विमान को क्लीयरेंस नहीं दे रहे चीनी अधिकारी, चीन बोला- भारतीयों की सुरक्षा हमारे लिए अहम

4 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
  • कोरोनावायरस से चीन में अब तक 2345 लोगों की मौत, 76 हजार 288 में वायरस की पुष्टि; डब्ल्यूएचओ की 12 सदस्यीय टीम भी पहुंची
  • भारत के 160 नागरिक जापान के तट पर खड़े क्रूज डायमंड प्रिंसेस में फंसे, जांच न होने के चलते उन्हें नहीं निकाला जा सका

नई दिल्ली. कोरोनावायरस से चीन में अब तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान से भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने 20 फरवरी को सैन्य विमान भेजने का फैसला किया था। लेकिन, वायुसेना के इस विमान को चीनी अफसरों की तरफ से क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है। भारतीय अफसरों का कहना है कि दुनिया के कई देश चीन को मदद और अपने नागरिकों को लाने के लिए फ्लाइट्स भेज रहे हैं। सभी को चीन अनुमति दे रहा है, लेकिन भारतीय रिलीफ फ्लाइट्स को परमिशन नहीं दी जा रही। इस पर चीनी दूतावास ने कहा- हुबेई में हालात जटिल हैं और बीमारी की रोकथाम के इंतजाम के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है। जान-बूझकर फ्लाइट क्लीयरेंस नहीं देने जैसी कोई बात नहीं है।


भारतीय अफसरों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखकर आपदा में चीनी सरकार और लोगों के साथ रहने और हरसंभव मदद करने की बात कही थी। चीन के रवैये से लगता है कि वे भारत से मदद नहीं लेना चाहते। वहीं, चीनी अधिकारियों ने कहा- हमारे लिए भारतीयों की सेहत-सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोनों देश इसे लेकर बातचीत भी कर रहे हैं। हमने भारत के नागरिकों की वापसी में पूरी सहायता की है।

647 भारतीयों को चीन से वापस लाया गया
एयर इंडिया ने 1 और 2 फरवरी को चीनी शहर वुहान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अपने 2 विशेष विमान भेजे थे। 7 मालदीव के नागरिकों समेत 647 भारतीयों को वुहान से नई दिल्ली लाया गया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा था कि वुहान में करीब 80 छात्र फंसे हैं। इनमें वे छात्र भी हैं, जिन्हें पिछली बार संदिग्ध पाए जाने के कारण विमान में बैठने नहीं दिया गया था।

चीन में अब तक 2300 की मौत
कोविड-19 से अब तक चीन में 2345 मौत हो चुकी हैं। शुक्रवार को 109 लोगों की मौत हुई और 397 नए मामले सामने आए। अब तक 76 हजार 288 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हो चुकी है। अब तक चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित 20 हजार 659 लोगों को अस्पताल से घर जाने की अनुमति दे दी गई है।

सरकार ने कहा- एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग जारी रहेगी
कोरोनावायरस की रोकथाम के उपायों को लेकर शनिवार को कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। गौबा ने कहा- लोगों को बहुत जरूरी न होने पर सिंगापुर की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। चीन, हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर, थाइलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाले लोगों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग जारी रहेगी। सोमवार से नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया से आने वाले लोगों की भी जांच होगी।

जापान के तट पर क्रूज में फंसे भारतीयों की जांच बाकी
जापान के तट पर खड़े क्रूज डायमंड प्रिंसेस में 160 भारतीय फंसे हैं। इस पर जापानी दूतावास ने कहा- क्रूज में मौजूद भारतीय नागरिकों की कोरोनावायरस के लिए जांच होना बाकी है। इसीलिए, उन्हें वहां से निकाला नहीं जा सका है। इससे पहले, अमेरिकी सरकार ने क्रूज पर फंसे उसके 300 से ज्यादा नागरिकों को निकाल लिया था।

केरल में संक्रमण का कोई नया मामला नहीं
केरल के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को कहा- अब तक कोरोनावायरस प्रभावित देशों से आने वाले 305 यात्रियों की पहचान की गई है, जिनमें से 237 को घर पर ही आइसोलेशन में रखा गया। संक्रमण से बचने के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भी कोई नया मामला सामने नहीं आया। जांच के लिए 185 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से 178 को जांच योग्य पाया गया। इनमें से 175 की रिपोर्ट निगेटिव रही। 64 यात्री 28 दिन तक निगरानी में रहे।

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी जारी की
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 12 सदस्यीय टीम कोरोनावायरस की जांच के लिए चीन पहुंच चुकी है। शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ ने कहा- कोविड-19 वायरस को दुनियाभर में फैलने से रोकने के मौके हाथ से निकलते जा रहे हैं। बीमारी पर लगाम लगाने के लिए सभी को साथ आना चाहिए। टीम इस बात की भी जांच करेगी कि वायरस आखिर कैसे फैला?

Top Cities