तमिलनाडु में नागरिकता संशोधन कानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है.
Trending Photos
चेन्नई : तमिलनाडु में नागरिकता संशोधन कानून (CAA), नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी कड़ी में आज (बुधवार को) वालाजाह रोड से राज्य सचिवालय की तरफ मार्च निकाला जा रहा है. इस प्रदर्शन में कई मुस्लिम संगठन भी शामिल हैं, जोकि सचिवालय के बाहर जमा हुए. जारी विधानसभा सत्र को देखते हुए यहां भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.
दरअसल, तमिलनाडु के 6 से ज्यादा शहरों में लोग सड़कों पर हैं और लगातार नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.
Tamil Nadu: People march towards the State Secretariat from Walajah Road to protest against the Citizenship Amendment Act, National Register of Citizens & National Population Register. Heavy police force has been deployed in view of the ongoing Assembly session. pic.twitter.com/uHprGWR7GB
— ANI (@ANI) February 19, 2020
इससे पहले बीते 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमैनपेट में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया था. चेन्नई पुलिस के मुताबिक, इस दौरान प्रदर्शनकारियों से झड़प में चार पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया था, जिसकी वजह से पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
वहींं दूसरी तरफ इस घटना के बाद डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की थी और डीएमके ने 14 फरवरी की रात को ब्लैक नाइट करार दिया था. चेन्नई के अलावा कोयंबटूर और मदुरै में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. लोगों की मांग है कि केंद्र सरकार हर हाल में नागरिकता संशोधन कानून को वापस ले. इन विरोध प्रदर्शनों में लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी नारेबाजी की जा रही है. शाहीन बाग की तर्ज पर ही महिलाएं यहां भी राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी), नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रही हैं.
बता दें कि दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की जा रही है.