रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, डर और लालच दिखाकर धर्मांतरण कराना महापाप से कम नहीं
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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, डर और लालच दिखाकर धर्मांतरण कराना महापाप से कम नहीं

रक्षामंत्री ने कहा, 'देश के कुछ इलाक़ों में धर्मान्तरण की भी समस्या है जिसके ख़िलाफ़ सामाजिक जागरूकता की जरूरत है.

लखनऊ में आयोजित परिवर्तन महाकुंभ के समापन समारोह में शिरकत करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह.

लखनऊ: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि हमारी धारणा है कि जो जिस धर्म का पालन कर रहा है, उसको उस धर्म के पालन की पूरी आजादी है, लेकिन प्रलोभन का भय दिखाकर किसी का धर्मांतरण कराने की कोशिश करना महापाप से कम नहीं है. लखनऊ में 'एकल अभियान' परिवर्तन महाकुंभ 2020 के समापन अवसर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने यह बात कही.

रक्षामंत्री ने आगे कहा, 'देश के कुछ इलाक़ों में धर्मान्तरण की भी समस्या है जिसके ख़िलाफ़ सामाजिक जागरूकता की जरूरत है. ज़ोर ज़बरदस्ती से या लालच देकर धर्मान्तरण करना महापाप से काम नहीं है. इसको कानून और सख्ती के जरिए रोकना आसान नहीं है. इसके लिए एकल अभियान जैसे जनजागरण अभियान की भी आवश्यकता है.

धर्मांतरण रोकना साहसी काम
उन्होंने कहा कि ‘एकल अभियान’ ने शिक्षा का उजाला ऐसे इलाक़ों में भी फैलाया जहां कभी नक्सली हिंसा का बोलबाला था. यह बहुत ही बड़ा और साहसी काम है. जब हम नए भारत के निर्माण की बात करते हैं तो शिक्षा और साक्षरता का स्तर पूरे देश में बढ़ाने की ज़रूरत है. यह काम समाज की सक्रिय सहभागिता से ही सम्भव है.

अभियान अब आंदोलन बन चुका
रक्षामंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, आज यह अभियान आंदोलन का रूप के चुका है. सामाजिक विकास की दृष्टि से शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी बेहद ज़रूरी है.'' उन्होंने आगे लिखा कि ‘एकल अभियान’ ने शिक्षा एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

इस मौके पर लोहिया विधि विश्विद्यालय के आंबेडकर सभागार में प्रख्यात कथावाचक रमेश भाई ओझा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह संचालक कृष्ण गोपाल भी मौजूद थे.

एकल अभियान के बारे में
एकल अभियान ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 31 वर्ष से भारत के गांव-गांव में काम कर रहा है. इसकी शुरुआत 1989 में धनबाद से हुई थी. इसमें वनवासी आदिवासियों को फोकस किया गया है. तत्काल समय 1 लाख दो हजार एक सौ विद्यालय पूरे भारत में चल रहे हैं. मिजोरम, मेघालय, नागालैंड में अभी कोई शाखा नहीं हैं. इसके अलावा पूरे भारत में केन्द्र हैं.

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