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महाकाल एक्सप्रेस के बोगी नंबर-5, सीट नंबर-64 पर बनाया गया अस्थायी शिव मंदिर

ट्रेन सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से चलेगी. यह लखनऊ, कानपुर, बीना, भोपाल, उज्जैन होते हुए इंदौर तक पहुंचेगी. इंदौर से बुधवार और शुक्रवार को उज्जैन, संत हिरदाराम नगर (भोपाल), बीना, कानपुर और लखनऊ होकर वाराणसी जाएगी.  इस ट्रेन में एक सीट हमेशा भगवान शिव के लिए रिजर्व रहेगी.

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आध्यात्मिक यात्रा का एहसास कराएगी महाकाल एक्सप्रेस (तस्वीर-ANI)
आध्यात्मिक यात्रा का एहसास कराएगी महाकाल एक्सप्रेस (तस्वीर-ANI)

  • ट्रेन में यात्रियों के मनोरंजन के लिए होगा भजन-कीर्तन
  • ट्रेन में होगा आध्यात्मिक एहसास, मिलेगी बेहतर सुविधा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा चुके हैं. महाकाल एक्सप्रेस की बोगी नंबर बी-5 में सीट नंबर 64 भगवान महाकाल(शिव) का मंदिर बनाया गया है. रविवार को चंदौली के पड़ाव से रिमोट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस ट्रेन को रवाना किया था. हालांकि, आईआरसीटीसी का कहना है कि मंदिर सिर्फ ट्रायल रन के दौरान बनाया गया है.

आईआरटीसी ने कहा कि मंदिर की स्थापना अस्थायी रूप से की गई है. ट्रेन में मंदिर सिर्फ उद्घाटन के दिन के लिए बनाया गया है. इसके बाद मंदिर को वहां से हटा लिया जाएगा. ट्रेन के कर्मचारियों ने अस्थायी रूप से महाकाल की तस्वीरों को बर्थ पर रख दिया ताकि नई परियोजना (नई ट्रेन और नई रेक) की सफलता के लिए पूजा कर सकें.

महाकाल एक्सप्रेस में भजन-कीर्तन

महाकाल एक्सप्रेस में धार्मिक यात्रियों का खास ख्याल रखा गया है. इसमें चलने वाले यात्रियों के मनोरंजन और अध्यात्मिक अहसास के लिए भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया जा रहा है. शुरुआती दिन में एक मंडली जाएगी, जो भजन-कीर्तन गाएगी. इसके बाद 20 फरवरी को भी एक मंडली का आयोजन होगा. इसके बाद लगातार कैसेट के जरिए अनांउसमेंट के जारिए लोग भजन-कीर्तन सुन सकेंगे.

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वाराणसी से इंदौर के बीच 20 फरवरी से चलाई जाने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस में आठ अलग-अलग तीर्थस्थलों के लिए पैकेज भी होगा. वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, इंदौर, उज्जैन, भोपाल के धार्मिक व पर्यटन स्थलों के लिए आईआरसीटीसी ने एक पैकेज भी तैयार किया है.

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काशी महाकाल एक्सप्रेस यूपी और मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देगी. इससे दोनों ही प्रदेशों के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

इस दिन चलेगी महाकाल एक्सप्रेस

ट्रेन सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से चलेगी. यह लखनऊ, कानपुर, बीना, भोपाल, उज्जैन होते हुए इंदौर तक पहुंचेगी.  इंदौर से बुधवार और शुक्रवार को उज्जैन, संत हिरदाराम नगर (भोपाल), बीना, कानपुर और लखनऊ होकर वाराणसी जाएगी. वाराणसी-इंदौर वाया इलाहाबाद-कानपुर-बीना ट्रेन रविवार को चलेगी. सोमवार को इंदौर पहुंचेगी. हर सोमवार इंदौर, उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, कानपुर, इलाहाबाद होकर वाराणसी पहुंचेगी.

धार्मिक यात्रा के लिए अलग-अलग पैकेज

समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक काशी दर्शन एक का पैकेज 6010 रुपये का होगा, जिसमें वाराणसी के घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती शामिल है. काशी दर्शन दो का पैकेज 8110 रुपये का होगा, जिसमें सारनाथ के दर्शन को भी जोड़ा जाएगा. काशी-प्रयाग दर्शन 10 हजार 50 रुपये का होगा, जिसमें काशी दो के स्थानों के साथ प्रयाग का संगम तट भी रहेगा.

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आईआरसीटीसी की टूरिज्म एंड मार्केटिंग डायरेक्टर रजनी हसीजा ने बताया कि इंदौर, भोपाल या उज्जैन से चलकर वाराणसी आने वालों के लिए कुल पांच पैकेज की शुरुआत की गई है, जबकि वाराणसी, इलाहाबाद व लखनऊ से जाने वालों के लिए चार पैकेज दिए जा रहे हैं. पैकेज में यात्रियों के रुकने, खान-पान और मंदिरों व पर्यटन स्थलों पर घूमने की व्यवस्था रहेगी. ये पैकेज ऑनलाइन लिए जा सकते हैं. इसके अलावा ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्री भी चाहें तो उसी समय पेमेंट कर पैकेज में शामिल हो सकते हैं.

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