बिहार चुनाव से पहले BJP आलाकमान की पार्टी नेताओं को हिदायत- विवादित बयान देने से बचें

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बिहार चुनाव से पहले BJP आलाकमान की पार्टी नेताओं को हिदायत- विवादित बयान देने से बचें

बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा पहली बार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं
(फाइल फोटो)

बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा पहली बार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं (फाइल फोटो)

केंद्रीय गृह मंत्री और दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में भाजपा (BJP) के प्रचार का चेहरा रहे अमित शाह ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. दिल्ली चुनाव (Delhi Elections) में हार का सामना करने के बाद बिहार चुनाव (Bihar Elections) की तैयारियों में जुटी भाजपा (BJP) के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचना चाहिए. पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा (BJP Chief JP Nadda) ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) को इस तरह के बयान देने के प्रति आगाह किया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

    नड्डा ने बिहार से सांसद गिरिराज सिंह को शनिवार को तलब किया था और उन्हें ऐसे बयान देने के प्रति चेतावनी दी थी. ‍इससे पहले सिंह देवबंद (मदरसे) को “आतंकवाद की गंगोत्री” बताकर विवादों में आए थे.

    अमित शाह ने भी विवादित बयानों को बताया था हार का कारण
    केंद्रीय गृह मंत्री और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का चेहरा रहे अमित शाह ने कुछ नेताओं की ओर से दिए गए विवादित बयानों को पार्टी की हार का एक कारण बताया था.

    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि हाल में दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं को ‘गोली मारो’ और ‘भारत- पाकिस्तान मैच’ जैसे घृणा भरे भाषण नहीं देने चाहिए थे और संभव है कि इस तरह की टिप्पणियों से पार्टी की हार हुई.

    उन्होंने ‘टाइम्स नाउ’ के एक कार्यक्रम में कहा, "'गोली मारो' और 'भारत- पाक मैच' जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे. हमारी पार्टी ने इस तरह के बयानों से खुद को अलग कर लिया है."

    एक सवाल के जवाब में शाह ने स्वीकार किया कि दिल्ली चुनावों के दौरान पार्टी के कुछ नेताओं के बयानों के कारण भाजपा को नुकसान हुआ होगा. उन्होंने कहा, "यह संभव है कि इस कारण हमारा प्रदर्शन प्रभावित हुआ होगा."

    शाह ने कहा था कि दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान “भारत-पाक मैच” जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे और पार्टी की हार के लिए ऐसे बयान जिम्मेदार रहे हो सकते हैं.

    बिहार चुनाव पर पार्टी की नज़रें
    भाजपा के सूत्रों ने बताया कि अब पार्टी की नज़रें बिहार विधानसभा चुनाव पर हैं, जहां उसका जद (यू) के साथ गठबंधन है और पार्टी राज्य में जीत सुनिश्चित करना चाहती है.

    सूत्रों ने बताया कि पार्टी नहीं चाहती है कि उसके नेता भड़काऊ बयान दें जिससे पार्टी का नाम खराब हो. उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां जनता दल (यूनाइटेड) को पसंद नहीं आ सकती हैं जो कभी भी अपनी धर्मनिरपेक्षता दिखाने से नहीं हिचकिचाती है.

    बिहार में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू-भाजपा की सरकार है.

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    Tags: Amit shah, Bihar election, BJP, Delhi Election 2020, Jagat Prakash Nadda

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