scorecardresearch
 

गाजीपुर के ग्यासुद्दीन खान ने जीता 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट, मिलेंगे एक लाख

मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके और नौकरी की तलाश कर रहे ग्यासुद्दीन खान ने Aajtak.in के 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया था. ग्यासुद्दीन यूपी के गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं.

Advertisement
X
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के ग्यासुद्दीन खान को मिलेगी जीत की राशि
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के ग्यासुद्दीन खान को मिलेगी जीत की राशि

  • गाजीपुर के ग्यासुद्दीन खान बने 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट के विजेता
  • ग्यासुद्दीन खान बने असली 'चुनावी पंडित', मिलेंगे एक लाख रुपये

Aajtak.in के 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट के विजेता बने हैं उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के ग्यासुद्दीन खान. इस तरह ग्यासुद्दीन खान अब एक लाख रुपये नगद पुरस्कार के हकदार हो गए हैं. मंगलवार को आए दिल्ली चुनाव नतीजों को लेकर हर पार्टी के लिए की गई गयासुद्दीन की भविष्यवाणी सौ फीसदी सच साबित हुई है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इंडिया टुडे ग्रुप ने पिछले दिनों 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट शुरू किया था. इसमें लोगों को दिल्ली के चुनावी जंग में उतरीं तीन प्रमुख पार्ट‍ियों को मिलने वाली सीटों के बारे में भविष्यवाणी करनी थी. इस कॉन्टेस्ट में तकरीबन 20 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. हालांकि सही जवाब देने वालों की तादाद भी कम नहीं थी लेकिन रैंडमाइज़र के जरिए विजेता का चुनाव किया गया.

'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट का रिजल्ट आया सामने'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट का रिजल्ट आया सामने

यह भी पढ़ें: नई दिल्ली सीट से केजरीवाल की हैट्रिक, लेकिन जीत का अंतर हुआ कम

नौकरी की तलाश में हैं ग्यासुद्दीन

26 साल के ग्यासुद्दीन 'चुनावी पंडित' कॉन्टेस्ट के विजेता बनने के बाद गदगद हैं. ग्यासुद्दीन ने ग्रेटर नोएडा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक (मैकेनिकल) की डिग्री ली है और इस वक्त वो जॉब की तलाश में हैं. वो बताते हैं कि उनके फोन पर इस कॉन्टेस्ट की जानकारी मिली जिसके बाद इन्होंने अपनी किस्मत आजमाने की सोची. इस कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेते हुए इन्होंने अनुमान लगाया कि आम आदमी पार्टी को 62 और बीजेपी को 8 सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस इस बार भी शून्य पर सिमट जाएगी.

Advertisement

केजरीवाल के प्रचार को बताया पॉजिटिव

गाजीपुर में गहमर के बारा के मूल निवासी ग्यासुद्दीन ईनाम के तौर पर मिली इस रकम को अपनी पढ़ाई पर खर्च करना चाहते हैं. हालांकि उन्हें राजनीति में भी बेहद दिलचस्पी है और भविष्य में राजनीति में अपनी किस्मत भी आजमाना चाहते हैं. इस सवाल पर कि उन्होंने यह अनुमान कैसे लगाया कि आम आदमी पार्टी इस बार भी जीत रही है, ग्यासुद्दीन कहते हैं- "पूरे चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने पॉजिटिव कैम्पेन किया जबकि बीजेपी ने निगेटिव प्रचार किया जिसे दिल्ली की जनता ने नकार दिया".

यह भी पढ़ें: क्यों जनता की नब्ज नहीं पकड़ पाई बीजेपी, ये हैं हार के कारण

Advertisement
Advertisement