नागरिकता संशोधन एक्ट के मुद्दे पर देश में जारी प्रदर्शन में कई तरह के नारे सुनाई दे रहे हैं. इन्हीं नारों को लेकर अब कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा है कि भारत माता से आजादी, कश्मीर से आजादी जैसे नारे नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन में नहीं लगाए जाने चाहिए, इससे प्रदर्शन कमजोर होता है.
गुरुवार सुबह कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा, ‘भारत माता से आजादी, कश्मीर से आजादी एक तरह के विच्छेदी नारे हैं जिनकी CAA के खिलाफ प्रदर्शन में कोई जगह नहीं होनी चाहिए. इस तरह के नारे देश पर सवाल खड़े करते हैं और CAA के खिलाफ चल रहे मजबूत आंदोलन को कमजोर करने का काम कर रहे हैं’.
Bharat mata se azadi & Kashmir se aazadi are secessionist slogans that have no place in a protest against CAA as they are questioning the integrity of our nation as weakening the strong movement against the discriminatory CAA.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) January 23, 2020Advertisement
गौरतलब है कि 2016 में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई नारेबाजी के बाद से ‘आजादी नारा’ भारतीय राजनीति के चर्चा में आया था. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा अक्सर विपक्षी पार्टी के नेताओं, JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर आरोप लगाया जाता है कि प्रदर्शन के नाम पर आजादी के नारे लगाए जाते हैं.
JNU-जामिया में सुने गए थे नारे
बीते दिनों दिल्ली की जेएनयू और जामिया यूनिवर्सिटी में भी जब छात्रों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था, तब भी आजादी का नारा सुनाई दिया था. इस दौरान छात्रों की ओर से नारा लगाया गया था, ‘दिल्ली पुलिस से आजादी... संघवाद से आजादी...’ . इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की थी.
योगी ने भी थी प्रदर्शनकारियों को चेतावनी
बुधवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में नागरिकता संशोधन एक्ट के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी. योगी ने कहा कि जो लोग CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और आजादी का नारा लगा रहे हैं, उनपर देशद्रोही का मुकदमा किया जा सकता है. यूपी सीएम ने कहा था कि लोगों को भारत की जमीन से देश के खिलाफ साजिश रचने की इजाजत नहीं दी जाएगी.