West Bengal Municipal Election 2020: बंगाल में बैलेट से होगा नगर निकाय चुनाव
West Bengal Municipal Election 2020. ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि बंगाल में नगर निकाय और पंचायत के चुनाव अब ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से होंगे।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। West Bengal Municipal Election 2020. णमूल कांग्रेस की सुप्रीमो व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के स्थान पर बैलेट इस्तेमाल की हिमायती रही हैं। बीते साल 21 जुलाई को शहीद दिवस रैली में ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि बंगाल में नगर निकाय और पंचायत के चुनाव अब ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से होंगे।
चंद महीने में राज्य में विभिन्न 110 नगर निकायों के चुनाव होने हैं, जिसमें बैलेट का इस्तेमाल किया जाएगा। सचिवालय नवान्न सूत्रों के अनुसार इस बाबत राज्य चुनाव आयोग को सरकारी की ओर से इत्तला किया जा चुका है। वहीं, 10 फरवरी के बाद नगर विकास मंत्रालय की ओर से चुनाव तारीखों की जानकारी साझा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि तकरीबन डेढ़ दशक से नगरपालिका चुनाव ईवीएम से होता रहा है। जबकि बात चुनाव आयोग की करें तो पहले भी बैलेट से मतदान होता रहा है, इसलिए आयोग को इसे लेकर अधिक कोई परेशानी नहीं होने वाली। बताया गया है कि चुनाव में जितने बैलेट की आवश्यकता होगी, वह पहले से ही चुनाव आयोग के पास उपलब्ध है और नया बैलेट जुगाड़ नहीं करना पड़ेगा। अतिरिक्त कार्य के तौर पर आयोग को नामांकन पत्र जमा पड़ने और इसका निरीक्षण किए जाने के बाद बैलेट पेपर पर उम्मीदवारों का नाम अंकित करने का शेष बचेगा।
इस बीच, चुनाव आयोग की ओर से राज्य सरकार के समक्ष बैलेट वापस नहीं लाने को लेकर कई दलील दी जा रही है। मसलन ईवीएम के बजाय बैलेट से चुनाव कराने में अधिक मतदानकर्मियों की आवश्यकता पड़ती है, समय और धन तो अधिक खर्च होता ही हैं मतपत्रों की सुरक्षा को लेकर भी समस्या सामने आ सकती है। लेकिन सरकार अपने रुख पर अडिग है।
चुनाव आयोग के पास 21000 ईवीएम है, इनमें से कुछ को बाद भी कर दिया जाए तो ईवीएम को लेकर कोई समस्या नहीं होगी। इसके अतिरिक्त आवश्यकता अनुसार पड़ोसी राज्यों से भी ईवीएम ली जा सकती हैं।
अब जहां तक नगर निकायों के चुनाव की अवधि का सवाल है तो सचिवालय सूत्रों का कहना है कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा खत्म होने के बाद और रमजान का महीना शुरू होने से पहले के बीच की अवधि में चुनाव संपन्न कराने की सरकार की योजना है।
अप्रैल की शुरुआत में कोलकाता नगर निगम व हावड़ा नगर निगम का चुनाव हो सकता है, जबकि बाकी नगरपालिकाओं का चुनाव इसके बाद के सप्ताह में होगा। कुल मिलाकर चुनाव दो से तीन चरण में कराया जाएगा। जिन 110 नगर निकायों के लिए चुनाव होना है, उसके तहत मतदान केंद्रों की संख्या 18 हजार है। इनमें से अकेले कोलकाता नगर निगम में मतदान केंद्रों की संख्या 4700 है, जबकि हावड़ा नगर निगम में मतदान केंद्रों की संख्या 1200 है।
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