महेंद्र सिंह धोनी ने BCCI कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद क्या किया
- रवि प्रकाश
- बीबीसी हिंदी के लिए, रांची (झारखंड) से
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी का नाम नहीं होने की ख़बरें जब मीडिया में फैलीं, तब वो रांची में प्रैक्टिस कर रहे थे.
अपनी हरे रंग की जॉन्गा जीप ड्राइव कर जेएससीए स्टेडियम पहुंचे कैप्टन कूल ने स्लेटी रंग की टी-शर्ट पहनी थी. उन्होंने वहां पहले से मौजूद झारखंड रणजी टीम के खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस की.
झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव तब उनके साथ मौजूद थे. उन्होंने बीबीसी से कहा कि धोनी ने कांट्रैक्ट के मुद्दे पर किसी से बातचीत नहीं की.
बकौल अजय, वो हमेशा की तरफ फ़िट दिखे. उन्होंने नेट पर खूब पसीना बहाया. अपने दोस्तों के साथ कॉफ़ी भी पी. इस दौरान कुछ प्रशंसकों ने उनकी तस्वीरें लीं और वो बिल्कुल सामान्य थे.
अजय कहते हैं, ''महेंद्र सिंह धोनी दरअसल महान खिलाड़ी हैं और उनमें काफ़ी क्रिकेट बचा है. रही बात कांट्रैक्ट की तो इस बारे में बीसीसीआई के लोग ही बता पाएंगे. वैसे इसका एक तय नियम है और धोनी इस बारे में बेहतर समझ रखते हैं. यह एक प्रक्रिया मात्र है. इससे किसी खिलाड़ी के भविष्य का फ़ैसला नहीं किया जा सकता.''
'वो वापस आएंगे...'
धोनी के स्कूल के दिनों के कोच केशव रंजन बनर्जी का मानना है कि बीसीसीआई को उनका नाम कांट्रैक्ट लिस्ट में रखना चाहिए था, भले ही उनका ग्रुप सी कर दिया जाता क्योंकि पिछले तीन वर्ल्ड कप के दौरान उनका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहा है.
केशव कहते हैं कि वैसे बीसीसआई ने अपने नियमों के मुताबिक़ यह निर्णय लिया होगा लेकिन किसी की परफ़ॉर्मेंस को दरकिनार करना अच्छा नहीं लगता है.
केशव रंजन बनर्जी ने बीबीसी से कहा, ''ही विल कम बैक (वो वापस आएंगे). वो बैकडोर से नहीं आएंगे. धोनी का प्रदर्शन आइपीएल में शानदार रहेगा और उसी परफ़ॉर्मेंस के आधार पर भारतीय टीम में उनकी वापसी होगी.''
केशव कहते हैं कि धोनी को टी-20 वर्ल्ड कप खेलना है और वो इसके लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं. वह कहते हैं, "रही बात पिछले छह महीने के दौरान कोई टूर्नामेंट नहीं खेलने की तो यह धोनी का अपना फ़ैसला था."
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क्या धोनी रिटायर होंगे?
धोनी के रिटायरमेंट के बारे में पूछे जाने पर केशव रंजन बनर्जी ने कहा, ''यह सवाल आप मुझसे टी-20 विश्वकप के बाद पूछिएगा. तब मैं आपको बताऊंगा कि धोनी का करियर और कितना लंबा है. बचपन के धोनी और अब के धोनी में काफ़ी अंतर है.''
केशव कहते हैं कि धोनी परिपक्व हुए हैं और वह दूसरों के प्रभाव में आकर अपने फ़ैसले नहीं लेते.
उन्होंने कहा, ''वो अपने फ़ैसले अपने विवेक के आधार पर लेते हैं. इसलिए धोनी के बारे में कोई भी नहीं बता सकता. याद रखिए कि वो इकलौते ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने चार वर्ल्ड कप खेले हैं.''
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'टीम से बाहर नहीं रखे गए हैं'
धोनी के एक और कोच चंचल भट्टाचार्य ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट न बढ़ने का मतलब यह नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. बीसीसीआई अपने नियमों के आधार पर इसके ग्रुप तय करता है.
उन्होंने कहा, ''धोनी ने कुछ महीने से कोई मैच नहीं खेला है. संभव है कि इस कारण उनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू न हुआ हो. इसको उनके करियर और रिटायरमेंट की अफ़वाहों से जोड़ना जल्दबाज़ी होगी.''
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