कोरोना वायरस के खिलाफ देश में इस वक्त एक जंग जारी है. इस महासंकट के बीच शनिवार को आजतक के खास कार्यक्रम ई-एजेंडा आजतक में कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री एक मंच पर आए. इस दौरान सभी ने राज्यों में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के अनुभव साझा किए.
राजस्थान को लेकर स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन हमारे यहां पर 22 तारीख से शुरू हुआ, जो देश की पहली राज्य सरकार थी जिसने इसे लागू किया. 24 से भारत सरकार ने भी लॉकडाउन लगाया, लॉकडाउन इस समस्या का समाधान है. लॉकडाउन से कोरोना के मामले रोकने में कामयाबी मिली है. हमें सभी परेशानियों को देखना होगा, क्योंकि आम आदमी सोच रहा है कि लॉकडाउन कबतक चलेगा.
स्वास्थ्य मंत्री बोले कि हमारे लिए सबसे बड़ी मुश्किल है कि क्लस्टर को कैसे रोकें. होम क्वारनटीन का फायदा कई बस्तियों में नहीं दिखा, क्योंकि कई जगह छोटे घर हैं. इसलिए बस्तियों से हटाकर लोगों को सरकारी जगह पर ले जाया जा रहा है. किसी भी बीमार व्यक्ति की जल्द से जल्द पहचान होना जरूरी है.लॉकडाउन के बाद बदलनी होगी जीवन शैली: टीएस सिंह देव
स्वास्थ्य मंत्री बोले कि हमें जीवन जीने की शैली बदलना होगी और उसके बाद ही आगे बढ़ा जा सकता है. हाथ ना मिलाना, पैर ना छूना, हाथ धोना ऐसी बातों को हमें अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा. अगर अचानक लॉकडाउन को हटा दिया तो अचानक मामले बढ़ सकते हैं.कोटा से कुछ बच्चों को लाए हैं, किए गए क्वारनटीन: संजय झा
दुर्गा पूजा।सरकार-100 लोग पीड़ित है ,सब घर मे रहो, लोकडौन जरूरी है। रमजान सुरु। सरकार- मात्र 25000 पीड़ित और 800 मौत ,सब दुकान खोलो खरीदारी जरूरी है। इतना दोगली नीति कौन बनाता है। भाई कोरोना बढ़ा है , खत्म नहीं हुआ। बेबकूफो किया धरा पर पानी फेर रहा। जाहिल सिर्फ जमाती नहीं ।।
Lock doune badaane ki baat wahi neta kar raha hai jiske ghar me khane ko bohot hai garib se kon Poochega jiske ghar me bacche bhi bhooke so rahe hai
Chain tooti kahan hai?
Lockdown कारगर जरूर है पर उनकी सहायता के लिए मदद का हाथ रुकना नहीं चाहिए,जो भूख से मर रहे हैं।। मुस्कान चौरसिया
Locked up all the Living Activities is not the Appropriate solution and it's have Many dangerous side effects of economic crisis and Mental Disturbances which can't be filled up soon
दोबारा पढ़ो: eAgendaAajTak : सभी राज्यों के मंत्रियों ने लॉकडाउन को कारागर कदम बताया और कहा कि इससे संक्रमण के चेन को तोड़ने में मदद मिली है.
Corona-affected doctors should be declared martyrs and their families should be given financial assistance of Rs 1 crore & Corona-affected official journalists should be insured for Rs 1 crore and given protective PPE kits and honorarium. - Dr. Laxmikant Kalmurge.
Agar ye sarkar apni tarif chorkar kuch kaam pe dhyan deti to ye haal nhi hota bihar or iss desh ka, hamare bihar k CM nitish kumar se puche koi kaha gaya unka door to door screening, Kaha gaya saari batein jo media k samne apni tarif krte h.. Please share this post..
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